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सुरेन्द्र कुमार राजपूत की रिपोर्ट
झाँसी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए झांसी रेलवे स्टेशन की वर्तमान इमारत को तोड़े जाने योजना की जानकारी मिलने पर आम आदमी पार्टी झांसी के पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज मंडल रेल प्रबंधक से मुलाकात कर आपत्ति दर्ज कराई तथा रेल मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष अरशद खान ने कहा कि विगत कुछ समय पूर्व समाचार पत्रों के माध्यम से यह संज्ञान में आया है कि 650 करोड़ की लागत से झाँसी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की परियोजना रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है। इस परियोजना के अनुपालन में जो कार्य संपादित किए जायेंगे उसमें वर्तमान झाँसी स्टेशन की बिल्डिंग को तोड़ कर उसकी जगह दूसरी नई बिल्डिंग बनाई जायेगी जिसके कारण झाँसी की जनता की भावना आहत होने के साथ साथ टैक्स के रूप में जमा होने वाली देश की जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग होने की भी आशंका है।
पदाधिकारियों ने विभिन्न बिंदुओं पर ध्यानाकर्षित कराते हुए कहा कि झाँसी रेलवे स्टेशन की इमारत न सिर्फ झाँसी की पहचान से जुड़ी है बल्कि अपने आप में ऐतिहासिकता समेटे हुए है जिससे झांसी की जनता का भावनात्मक लगाव है। 1857 की क्रांति के बाद ब्रिटिश शासन द्वारा देश के उन हिस्सों में रेलवे तथा सैन्य छावनी की स्थापना की गई थी जहां जहां क्रांति का उदय हुआ था। इस प्रकार यह इमारत कहीं न कहीं 1857 की क्रांति में हमारे वीर क्रांतिकारियों द्वारा ब्रिटिश सरकार की चूलें हिला देने की गवाह है। जनता के भावनात्मक लगाव के अलावा इमारत अभी भी मजबूत स्थिति में है जिसके कारण उसको तोड़ने के बजाय किसी न किसी प्रयोजन में लिया जाना हितकर होगा
झाँसी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के कारण वर्तमान स्टेशन परिसर के दिल्ली छोर पर करोड़ों रुपयों की लागत लगभग बन चुके पुल तथा पूर्व दिशा में जीआरपी थाने के बगल से पश्चिम दिशा में स्थित बुकिंग कार्यालय को जोड़ने वाले पुल के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है। जानकारी के अनुसार झाँसी रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना में यह भी प्रावधान है कि स्टेशन की मुख्य एंट्री स्टेशन की पश्चिम दिशा से होगी तथा पूर्व की ओर स्थित वर्तमान इमारत को तोड़ कर प्रस्तावित नई इमारत में कॉरपोरेट संस्थाओं को स्थान लीज पर दिए जायेंगे।
पदाधिकारियों ने मंडल रेल प्रांधक के मध्यम से रेल मंत्री को अपनी मांगे रखीं कि वर्तमान इमारत को बिना तोड़े नई इमारत बनाई जाए, वर्तमान इमारत को रेल म्यूजियम में परिवर्तित किया जाए और रेलवे से जुड़ी ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाए तथा वर्तमान में नवनिर्मित निर्माणाधीन फूट ओवर ब्रिज तथा पहले से मौजूद फूट ओवर ब्रिज को भी नई योजना का हिस्सा बनाते हुए उपयोग में लिया जाए।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अरशद खान, प्रांतीय उपाध्यक्ष अर्चना गुप्ता, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष तिवारी, जिला महासचिव राजकुमार राव, सामाजिक कार्यकर्ता विवेक कपिल, जालौन प्रभारी पुत्तू सिंह कुशवाहा, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष सीमा कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष तुलसीदास कुशवाहा, मीडिया प्रभारी मोहम्मद आरिफ, सोशल मीडिया प्रभारी मोहित पिंचौली, पूर्व जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ शफीक बख्श, प्रशांत चौधरी आदि उपस्थित रहे।