संवाददाता सार्थक नायक
गुरसरांय (झाँसी) – आज शनिवार को मोहर्रम के दिन
कर्बला के मैदान में इंसानियत की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों ने अपनी शहादत दी थी इसी की याद में ताजिए निकाले जाते हैं।कर्बला के शहीदों की याद को लेकर कस्बा में ढोल ताशा के साथ ताजियो का जुलूस निकाला गया।मोहर्रम जुलूस में या हुसैन कि सदाओं से सारा माहौल गूंज उठा।ढोल-नगाड़ आदि परंपरागत वाद्यों के गूंज के बीच ताजिया जुलूस को नगर के विभिन्न सड़कों पर मातमपूर्ण माहौल के बीच घुमाया गया। इसके बाद आकर्षक ताजिये को इमाम चौकों तक पहुंचाया। ज्ञात हो कि मोहर्रम में ताजियां, ताजिया के इजहार के साथ-साथ हक के जीत के प्रदर्शन का प्रतीक माना जाता है। ताजिया स्थापित स्थल पर कुरानखानी पढ़े जाने के बाद वहां से उठाई गई मिट्टी को कर्बला में डालने के बाद इस त्योहार का समापन होता है। ताजिया जुलूस में शामिल बच्चे, जवान,बूढ़े सभी या हुसैन या हुसैन का नारा लगा रहे थे।मोहर्रम के जुलूस पर कस्बा के सभी चौकों पर फातिहा पढ़ी गयी एवं तबर्रुक का वितरण किया गया।मोहर्रम के जुलूस के बाद सोमवार की हाट मे ईदगाह स्थित कर्बला में ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया गया।मोहर्रम जुलूस में पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रही।मौके पर जुलूस में गुरसराय थानाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।