देश की उन्नति में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका:डॉ0 मधुरिमा नायक

संवाददाता सार्थक नायक

 

झांसी- श्री सिद्धेश्वर मंदिर सभागार में शिक्षा व समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों के उत्साहवर्धन के लिए जनपद के 101 शिक्षकों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन कर उन्हें उत्कृष्ट शिक्षक सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद झांसी-ललितपुर पं0 अनुराग शर्मा, नगर धर्माचार्य हरिओम पाठक, नगर विधायक पं0 रवि शर्मा की धर्मपत्नी सुनीता शर्मा, एमएलसी झांसी-जालौन-ललितपुर श्रीमती रमा आरपी निरंजन, जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम तथा शिक्षक विधायक बाबूलाल तिवारी की सुपुत्री जिज्ञासा तिवारी मौजूद रहीं।सभी अतिथियों ने मां सरस्वती व सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम आयोजक समाजसेविका डॉ0 मधुरिमा नायक ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों का स्वागत उद्धबोधन करते हुए डाॅ मधुरिमा नायक ने कहा कि अगर आप गुरूजन न होते तो आज हम यहां न होते। देश की प्रगति में शिक्षकों का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि सुनने में यही आता है कि वह आज विदेश में डॉक्टर है, वह इंजीनियर है, बैरिस्टर है और फिर बाद में कहा जाता है कि वह इस स्कूल से पढ़कर निकला है, उस यूनिवर्सिटी से निकला है, पर सच्चाई यह है कि उन्हें पढाने वाला एक शिक्षक ही होता है। डाॅ0 मधुरिमा ने कहा कि बचपन में जब हम पढ़ते थे तब हमें ए, बी, सी, डी के मायने समझाये जाते थे। हमें बताया जाता था कि ए फॉर एप्पल, बी फॉर बॉल, सी फॉर कैट और डी फॉर डॉग। अपने गुरुजनों के दिए हुए ज्ञान, माता-पिता का आशीर्वाद और कठिन परिश्रम से मैंने उस डी फॉर डॉग के मायने बदलते हुए उसे डी फाॅर डॉक्टर में परिवर्तित कर दिया। यह सब आप गुरुजनों के कारण ही संभव हो सका है। मुख्य अतिथि सांसद अनुराग शर्मा ने कहा कि देश की उन्नति में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के साथ शिक्षक कढ़ी मेहनत कर उन्हें इस लायक बनाता है कि वो अच्छी सेवा में जाकर अपने गांव, शहर का नाम रौशन कर सके। शिक्षक वास्तव में बधाई के पात्र हैं। एमएलसी रमा आरपी निरंजन ने नारी सशक्तिकरण पर बल देते हुए सभी शिक्षकों को उनके द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ठ कार्यों के लिए बधाई दी। जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम ने कहा कि शिक्षक वास्तव में बधाई के पात्र हैं। शिक्षक वास्तव में भाग्यविधाता होता है, क्योंकि उसके अथक परिश्रम से ही बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के बाद जब उच्च पदों पर पहुंचते हैं तब शिक्षक की कढ़ी मेहनत का फल सामने आता है। सम्मानित होने वाले सभी शिक्षकों को मेरी शुभकामनायें हैं। नगर धर्माचार्य हरिओम पाठक, डाॅ. जिज्ञासा तिवारी, सुनीता शर्मा ने भी शिक्षकों को संबोधित करते हुए उनके उत्कृष्ठ कार्यों की प्रशंसा की। इस दौरान राज्य अध्यापक पुरूष्कार से सम्मानित हुए प्राथमिक विद्यालय वनगुवां के प्रधानाध्यापक प्रदीप सेन सहित 101 शिक्षकों को उत्कृष्ट शिक्षक सेवा सम्मान से सम्मानित किया। वहीं जल संरक्षण, पर्यावरण एवं कचरा प्रबंधन पर कार्य कर रहे जिला जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष डाॅ जितेन्द्र तिवारी को इको फ्रेंड सम्मान से सम्मानित किया गया। अंत में प्रधानाध्यापिका प्राथमिक विद्यालय भोजला संगीता सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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