संवाददाता सार्थक नायक
गुरसरांय/टहरौली(झांसी)। राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने इक्रिसैट ( अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय के लिए अंतर्राष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान ) द्वारा चल रहे कार्यों का मौके पर जा कर निरीक्षण किया। उन्होंने तहसील टहरौली अंतर्गत करीब 32 करोड़ की लागत से चल रही परियोजना को ग्राम भड़ोकर एवं बमनुआ में देखा। परियोजना के अंतर्गत क्षेत्र के करीब 40 ग्रामों में कार्य किया जाना है जिसकी शुरुवात 4 ग्रामों बमनुआ, भड़ोकर, पसराई और नोटा से हो चुकी है। यहां मेड बंदी, पक्के जल निकास, नालों को गहरा करना एवं बांधना, तालाब आदि पर काम किये जा रहे हैं। ग्राम भड़ोकर में हवेली सिस्टम से बृहद स्तर पर कार्य किया जा रहा है। यहां इक्रिसैट द्वारा वैदर मैपिंग सिस्टम आदि भी लगाया गया है जिससे मौसम की पूरी जानकारी एकत्रित की जा सके। यहां महाराष्ट्र के लातूर जिले से आये किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने भी इक्रिसैट का कार्य देखा। भड़ोकर कि उपरांत ग्राम बमनुआ में भी कार्य का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के उपरांत क्षेत्र के बरिष्ठ जनों के साथ एक बैठक साईं विवाह वाटिका में आयोजित की गई। जिसमें इक्रिसैट द्वारा उनके सुझाव लिये गए और परियोजना के विषय मे विस्तृत जानकारी दी गई। इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, प्रोजेक्ट हैड डॉ रमेश सिंह, अशोक शुक्ला, रामेश्वर शर्मा बकायन, रजनी गौतम सदस्य जिला पंचायत बघेरा, गुड्डी रानी पटेल रनयारा, गौरी शंकर सिरबइया, रविन्द्र सोनी, इंद्रपाल सिंह बुंदेला, संजीव बिरथरे बमनुआ, बाबू सिंह यादव, आशीष उपाध्याय, शिवाजी राजा बुंदेला गाता, दीपक यादव आदि मौजूद रहे।