अग्नि सुरक्षा के मानकों को पूरा न करने वाले संस्थानों पर गिरेगी गाज,डीएम ने दिए जांच के निर्देश

संवाददाता सार्थक नायक

 

झांसी : जनपद में हर साल आग लगने की घटनाओं की बढ़ती संख्या के साथ अग्नि सुरक्षा एक बड़ी चिंता का कारण बन गई है लगातार हो रही आग लगने की बड़ी घटना है जनपद अथवा प्रदेश की निर्माण श्रंखला के लिए एक गंभीर खतरा बनती जा रही हैं। उक्त उद्गार जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने व्यक्त करते हुए कहा कि हर साल आग लगने की कई घटनाएं होती हैं जिनमें कई लोगों की मौत हो जाती है और कई लोग घायल हो जाते हैं लेकिन इतना ही नहीं आग लगने की इन घटनाओं से बड़ी मात्रा में संपत्ति जलकर नष्ट हो जाती है जिससे देश प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है। जिलाधिकारी ने बताया कि गत वर्ष मार्च, 2022 में झाँसी महानगर के बड़ा बाज़ार क्षेत्र में स्थित कपड़े के शोरूम में लगी आग के कारण दो लोगों की मौत हो गयी थी। गत वर्ष की घटना से अब तक समय-समय पर कई बार निर्देशित किया गया कि शासन द्वारा निर्धारित फायर सेफ्टी के प्राविधानों के अनुसार सरकारी, निजी एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों/भवनों, नर्सिंग होम एवं शोरूम का नियमित रूप से निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करें, कि जनपद में सरकारी, निजी एवं व्यवासायिक प्रतिष्ठानों/भवनों में फायर सेफ्टी के प्राविधानों का अनुपालन किया जा रहा है अथवा नहीं । उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उक्त घटना के लगभग सवा साल बाद पुनः दिनांक 03 जुलाई, 2023 को झॉसी महानगर के सीपरी बाज़ार क्षेत्र में लगी आग के कारण 5 व्यक्तियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा एवं लाखों की सम्पत्ति जलकर राख का देर हो गयी, जो कि अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।

 

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए उक्त के दृष्टिगत मुख्य अग्निशमन अधिकारी को सचेत करते हुए आदेशित किया है कि सरकारी/निजी एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों/भवनों, नर्सिंग होम एवं शोरूम में फायर सेफ्टी के प्राविधानों की उपलब्धता के सम्बन्ध में निरीक्षण कर शासन द्वारा निर्धारित फायर सेफ्टी के प्राविधान जिसमें पूरे भवन में कई जगह फायर एक्सरिग्यूसर जरूरी है, इसके साथ ही आपातकालीन संकेत चिन्ह और फायर अलार्म की भी व्यवस्था अनिवार्य है का अनुपालन एक सप्ताह में करवायें और अनुपालन न करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाये, ताकि भवष्यि में इस तरह की घटनाओं से होने वाली जन-धन की हानि को रोका जा सके। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि इसे गम्भीरता से लेते हुए उपर्युक्त कृत कार्यवाही से विलम्बतम दिनांक 15 जुलाई, 2023 तक अवगत करायें । इतर की स्थिति में फायर सेफ्टी के प्राविधानों के उल्लंघन के कारण यदि कोई घटना घटित होती है, तो आपकी जिम्मेदारी निर्धारित की जायेगी।जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता 2016 (अग्नि और जीवन सुरक्षा) : भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता में संरचनाओं के निर्माण, रखरखाव और अग्नि सुरक्षा के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश शामिल हैं। इनका कड़ाई से अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

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