टहरौली ( झांसी ) बुंदेलखंड प्रकृति पर्यटन यात्रा के सदस्यों ने टहरौली आ कर टहरौली किले का भृमण किया। बताते चलें कि बुंदेलखंड प्रकृति पर्यटन यात्रा बुंदेलखंड के सभी जिलों के प्राकृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों का भृमण कर रही है, जालौन जिले के कालपी से शुरू हुई यात्रा बुंदेलखंड के सभी जनपदों के भम्रण के पश्चात झांसी आई थी, जहां यात्रा के सदस्यों ने टहरौली के ऐतिहासिक किले को देखा। यहां 5 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैले किला, रानी महल, कुएं, बाबड़ी, चौपड़ा, तोपें, विशाल दरबाजे, दीवारों पर बनीं कलाकृतियां यहां के बैभव को दर्शा रहीं थीं। इसके अलावा किले से लगा हुआ सिंदूर सागर सर्बोदय तालाब एवं पहाड़ी पर बना सिद्धनाथ मंदिर की भी प्राकृतिक छटा ने यहां के सौंदर्य को और बड़ा दिया। टहरौली किला पूर्व में राज्य पुरातत्व के संरक्षण में आ चुका है, यहां प्रदेश सरकार द्वारा 3 करोड़ रुपये से किले को सरंक्षित करने की बात कही गई है। बुंदेलखंड प्रकृति पर्यटन का प्रयाश भी यह है कि यहां हमारे पर्यटक स्थलों को औऱ अधिक विकसित कर दिया जाए ताकि बुंदेलखंड को पर्यटन कि दृष्टि से समृद्ध किया जा सके और यहां पर्यटक भी आने लग जाएं। टहरौली किले के अलावा यात्रा के सदस्यों ने सिद्धनाथ मन्दिर का भी भृमण किया। टहरौली के अलावा झांसी जनपद के अन्य स्थलों का भी सदस्यों द्वारा भृमण किया जा रहा है। इस यात्रा के संयोजक गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत को बनाया गया है। जबकि गोपाल उपाध्याय के नेतृत्व में यह यात्रा निकाली जा रही है। इस मौके पर नरेन्द्र सिंह जादौन, आचार्य अविनाश, आशीष रिछारिया, केडी गुप्ता, अमित चौरसिया, सामाजिक कार्यकर्ता आशीष उपाध्याय, रविन्द्र सोनी, भाजपा नेता रिंकू दीक्षित, योगेश त्रिपाठी “अजनेरी”, दुर्गा वाहिनी की संयोजक वन्दना कुशवाहा बमनुआ, प्रधान रविशंकर शुक्ला, अमित जैन, अबध बंकर, अबध बिहारी, संजू महाराज, रूपेश गुप्ता, मनोज साहू, लखन कुशवाहा, मनीष सोनी, शिवदयाल घुरैया, परमलाल पसराई, हनुमत यादव, सौरभ यादव, सलमान खान, हरीश सोनी, संतोष गोस्वामी, संतोष शर्मा बमनुआ, संतोष नापित, पुष्पेन्द्र रिछारिया, संजय शर्मा खिरिया, गिरीश राय आदि उपस्थित रहे।