संवाददाता सार्थक नायक
झाँसी। संघर्ष सेवा समिति की नई विंग संघर्ष महिला संगठन का गठन किया गया।महिला संगठन की प्रथम इंस्टालेशन सेरेमनी का आयोजन चित्रा चौराहा स्थित तुलसी ग्रांड होटल में किया गया,जिसमें संगठन की सभी महिला पदाधिकारियों एवं सदस्याओं ने हिस्सा लिया संगठन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के विकास और कल्याण के लिए सदैव सेवा और समर्पण के साथ तत्पर रहना है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कमली राजीव सिंह पारीछा,विशिष्ट अतिथि के रूप में महिला थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी एवं संगठन की संरक्षिका वरि० समाजसेविका डाॅ० नीति शास्त्री उपस्थित रहीं।सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा प्रथम पूज्य देव गजानन के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया तत्पश्चात अपना स्थान ग्रहण किया।संगठन की सदस्याओं द्वारा स्वागत गीत गाकर अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट किया गया।कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा नवनियुक्त पदाधिकारियों को बैच लगाकर पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई,सपना संदीप सरावगी ने अध्यक्ष,ट्विंकल बंसल ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष,रचना कुदरया ने उपाध्यक्ष और सोनिया सिंह ने सचिव के रूप में शपथ ग्रहण की,कार्यक्रम की अध्यक्ष शैफाली अग्रवाल रहीं। इसके अतिरिक्त 50 से अधिक महिलाओं ने सदस्य के रूप में संगठन की सदस्यता ग्रहण की।मुख्य अतिथि के रूप में कमली राजीव सिंह पारीछा ने संबोधित करते हुए कहा हमारा देश आज भी मात्र प्रधान देश है।किसी भी शुभ कार्य के लिए जिस तरह घर की सबसे छोटी कन्या का आशीर्वाद ग्रहण किया जाता है उसी तरह गंभीर मुद्दे पर वरिष्ठ महिला की सलाह अवश्य ली जाती है।वहीं महिला थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी ने नारी सुरक्षा से सम्बंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर संगठन की नवनियुक्त अध्यक्षा सपना सरावगी ने सभी अतिथियों और आगंतुकों का अभिवादन करते हुए कहा सनातन धर्म में नर सेवा को नारायण सेवा कहा गया है।हमारा धर्म हमें सिखाता है कि जरूरतमंदों की यथासंभव सहायता करना हमारा परम कर्तव्य है। इसी सोच के साथ 12 वर्ष पूर्व संघर्ष सेवा समिति का गठन किया गया था जो समाज सेवा के साथ शिक्षा,चिकित्सा, खेल एवं अन्य कई क्षेत्र में कार्य कर रही है। महिलाओं की समस्या के समाधान के लिए संघर्ष सेवा समिति आज संघर्ष महिला संगठन का बीजारोपण करने जा रही है जो निकट भविष्य में आपको विशाल वृक्ष के रूप में दिखाई देगा।यह प्रकृति की नियति है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं का जीवन अधिक संघर्ष भरा होता है संघर्षों के साथ अपने जीवन को सुचारू रूप से चलाने की कला के कारण महिला को मातृशक्ति का दर्जा दिया जाता है। हमारा समाज आज भी विभिन्न वर्गों में बटा हुआ है लेकिन हर वर्ग की महिलाओं की समस्याएं एक समान है संघर्ष महिला संगठन के अध्यक्ष पद के रूप में आज आप सभी को आश्वासन देती हूं हर वर्ग के लिए संघर्ष महिला संगठन सदैव तत्पर रहेगा। मैं धन्यवाद देना चाहती हूं उन बहनों और माताओं का जो हमारे संगठन में जुड़कर कंधे से कंधा मिलाकर समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने का आज बीड़ा उठा रही हैं। वास्तविकता में देखा जाए तो समाज सेवा कोई कार्य नहीं बल्कि हमारा कर्तव्य है जिस तरह हम अपने अधिकारों की लिये संघर्ष करते हैं, इस तरह हमें अपने कर्तव्यों का भी पूरी ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिये। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक ने किया और अध्यक्षता संगठन संरक्षिका डॉ० नीति शास्त्री की रही। इस अवसर पर संघर्ष महिला संगठन से भारती खंडेलवाल, अंजलि त्रिपाठी,प्रेरणा हजेला,आरती राय,अंजलि अग्रवाल,अमृता,अंजलि त्रिपाठी,अनीता त्रिपाठी,अंजू सोनी,आस्था गुप्ता,भारती खंडेलवाल, भावना सोनी,चांदनी,दिव्या भोगल,दीपा अग्रवाल,दीपाली अग्रवाल डोली श्रीवास्तव,डॉo मोनिका गोस्वामी,डॉo पारुल,हिना करनानी,जयश्री कृष्णा,जसप्रीत चावला,कानन सहवानी,कशिश अग्रवाल,कविता महेश्वरी,लवली गुप्ता,ममता नीखरा,नम्रता गुप्ता,निधि भारद्वाज,निकिता मित्तल,निशा श्रीवास्तव,नीति,ओमनी,पूजा अग्रवाल,पूजा खुराना,प्राची गुप्ता,प्रीति,प्रेरणा,प्रेरणा हजेला,प्रियंका गुप्ता,प्रियंका,राधा अग्रवाल,रजनी गुप्ता,रूमा बजाज, शैलजा,शालू गर्ग,शैफाली अग्रवाल, शिल्पी चावला,शिवानी गोयल,सिमरित,संचिता अग्रवाल,स्वप्निल अग्रवाल,स्वाति बहल एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।